डोमेस्टिक क्रिकेट टीम इंडिया के लिए एक मजबूत फ़ीडर सिस्टम का काम करती है. कई खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन की बदौलत नेशनल टीम में जगह बनाते हैं. लेकिन कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हुए हैं, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में ढेर सारे रन बनाए, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू नहीं कर पाए. प्रियांक पांचाल (Priyank Panchal) का नाम ऐसे ही चुनिंदा खिलाड़ियों में शुमार है, जिन्होंने टीम इंडिया के दरवाज़े पर लगातार दस्तक दी, टीम में जगह भी बनाई, लेकिन कभी डेब्यू नहीं कर पाए. 'बल्लाबोल' के इस एपिसोड में ख़ास मेहमान बनकर आए प्रियांक. गुजरात की रणजी टीम में चुने जाने से लेकर इसके चैंपियन बनने, इंडिया ए की कप्तानी करने, साउथ अफ्रीका दौरे से जुड़े कई क़िस्से सुनाए. NCA की ट्रेनिंग, विराट कोहली के साथ अंडर-15 की यादें, राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी से सीख, सुनील गावस्कर से लेकर सौरव गांगुली और रिकी पोंटिंग की क़िताबें, जसप्रीत बुमराह को खेलते देखने का अनुभव, टेस्ट क्रिकेट का बदलता स्वरूप और सेलेक्शन के नए पैमाने, IPL में गुजरात टाइटंस के सक्सेस और क्रिकेट से जुड़ी कुछ मज़ेदार बातें उन्होंने बताई कुमार केशव के साथ इस पॉडकास्ट में.
साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह