अकाल तख्त ने सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित कर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद से हटाने और स्वर्ण मंदिर में सेवा का आदेश दिया. चोट के चलते उनकी सजा बदलकर मंदिर के एंट्री गेट पर दो दिन की सेवा करने का आदेश दिया गया, यानी उन्हें तनखैया माना गया, सिख धर्म में क्या है इसका मतलब, अकाल तख़्त किस-किस को ये सज़ा दे चुका है, आदेश न मानने पर क्या होता है, सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. ॉ
साउंड मिक्स- नितिन रावत
सूरज की चमक को मात देगा ISRO का Proba-3 Mission?: ज्ञान ध्यान
नेगेटिव कंटेंट देखने की आदत कैसे कर रही हैं आपको बीमार?: ज्ञान ध्यान