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वानखेड़े और ब्रेबॉर्न स्टेडियम न बनते अगर ईगो हर्ट न हुआ होता!: एक बखत की बात, Ep 06

वानखेड़े और ब्रेबॉर्न स्टेडियम न बनते अगर ईगो हर्ट न हुआ होता!: एक बखत की बात, Ep 06

मुंबई शहर में अब दो स्टेडियम हैं, वानखेड़े और ब्रेबॉर्न. ये तब की बात है जब एस. के. वानखेड़े बॉम्बे क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष थे, जो उस वक्त शहर में क्रिकेट को कंट्रोल करता था और विजय मर्चेंट क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष थे, जिसके पास शहर का अकेला स्टेडियम था, ब्रेबॉन स्टेडियम. जब भी BCA को बंबई में कोई मैच ऑर्गनाइज़ कराना होता था वो CCI के पास दरख्वास्त लेकर जाता. दोनों के बीच टिकट के बंटवारे को लेकर झगड़ा था और ये झगड़ा इतना बढ़ गया कि वानखेड़े ने अलग स्टेडियम बनाने की ज़िद्द ठान ली, जिससे शुरू हुई कहानी ब्रेबॉर्न के पतन की, क्या है पूरा किस्सा सुनिए 'एक बखत की बात' में नितिन ठाकुर से.

प्रड्यूस: कुंदन 
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंह

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