जब दुनिया में सिगरेट पीना आम बात नहीं थी, तब विश्व युद्धों ने इसे घर-घर तक कैसे पहुंचाया और सैनिकों को स्मोकिंग की लत कैसे लगाई. इसके पीछे सरकारों ने किस तरह ड्रग डीलर की तरह काम किया और जब दुनिया शांत हुई, तो स्मोकिंग को कूल बनाने के लिए विज्ञापनों का सहारा कैसे लिया गया. महिलाओं के लिए मशहूर सिगरेट कैसे पुरुषों की पहली पसंद बन गई. सिगरेट के इस इतिहास का पूरा किस्सा सुनिए नितिन ठाकुर के साथ ‘एक बखत की बात’ में.
प्रड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंह
हीरा सदा के लिए न होता अगर एक विज्ञापन न बनता: एक बखत की बात, Ep 16