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सेक्स स्कैंडल में फंसा बेटा और बाप के हाथ से प्रधानमंत्री की कुर्सी निकल गई!: एक बखत की बात, Ep 08

सेक्स स्कैंडल में फंसा बेटा और बाप के हाथ से प्रधानमंत्री की कुर्सी निकल गई!: एक बखत की बात, Ep 08

नेशनल हैराल्ड का दिल्ली ऑफ़िस में एडिटर खुशवंत सिंह के पास एक लिफ़ाफ़ा आया उसमें कुछ फ़ोटोग्राफ़्स थे, फ़ोटो में एक लड़के और लड़की की इंटिमेट मोमेंट्स उतारे गए थे. खुशवंत सिंह उन फ़ोटोज़ के साथ इंदिरा गांधी के पास ले गए. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर यदि ये फ़ोटो अगर फोटो में दिख रहा लड़का देश की रक्षा मंत्री का बेटा न होता, यदी ये फोटो लीक होकर अख़बारों तक नहीं पहुंची होती, यदि बाबू जी कहे जाने वाले जगजीवन राम शायद 80 की दशक में देश को पहला दलित प्रधानमंत्री मिल जाता, 'एक बखत की बात में' नितिन ठाकुर से सुनिए किस्सा जगजीवन राम के बार-बार प्रधानमंत्री न बन पाने का.

नोट- कहानी को रोचक बनाने के लिए कुछ हिस्सों में नाटकीयता का सहारा लिया गया है.

Book References:
How Prime Ministers Decide- Neerja Chowdhury
Truth, Love & a Little Malice- Khushwant Singh
All The Janata Men- Janardan Thakur
Courting Destiny- Shanti Bhushan

प्रड्यूस- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंह

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