कल्पना कीजिए कि आपको एक ऐसा कॉल आए जो आपकी दुनिया को उलट-पुलट कर दे, आपको लगने लगे कि आप किसी गंभीर अपराध में शामिल हैं. और इसके आगे आप ना जाने क्या-क्या सोचने लगें. 5 अक्टूबर 2024 को ऋचा के साथ ठीक ऐसा ही हुआ. ये सिर्फ ऋचा के साथ नहीं हो रहा बल्कि ऐसे केस रोज ख़बरों में आते हैं. ऐसे लोग घंटों तक डिजिटल अरेस्ट की यातना झेलते हैं. डिजिटल अरेस्ट के शिकार लोग सिर्फ मानसिक प्रताड़ना ही नहीं आर्थिक नुकसान भी सहते हैं. इस यातना को झेलने वाली ऋचा मिश्रा ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में मेहमान हैं. उन्होंने अरविंद ओझा से अपनी आपबीती सुनाई.
प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : कपिल देव सिंह