जिसे दुनिया ‘अपराध’ कहती है, अनुजा कपूर उसे मनोविज्ञान की नज़र से देखती हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में मिलिए अनुजा कपूर से. जो Criminology, Psychology और Victimology में डिग्रीधारी हैं. वो अपराध को सिर्फ़ कानून की किताबों से नहीं, इंसान के भीतर झांक कर समझती हैं. उनका मानना है कि अपराधी सिर्फ़ समाज में नहीं, हमारे भीतर भी छिपा हो सकता है. इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने अनुजा कपूर से पूछा कि पति-पत्नी का झगड़ा हिंसक रूप क्यों ले रहा है? क्या अपराधी जन्म से होते हैं या परिस्थितियां उन्हें ऐसा बना देती हैं? और क्या अपराधियों को सुधारा जा सकता है?
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती