19 साल की उम्र में, जब हम में से ज़्यादातर लोग अपने करियर और भविष्य को लेकर सोचते हैं...उस उम्र में एक नौजवान, दुश्मन के बंकरों पर चढ़ाई कर रहा था. गोलियों की बौछार हो रही थी, शरीर से खून बह रहा था...लेकिन उसके इरादे चट्टानों से भी ज़्यादा मज़बूत थे. वो ना रुका, ना झुका...और उस चढ़ाई के बाद जो तिरंगा तोलोलिंग पर लहराया गया, वो सिर्फ एक पहाड़ी पर नहीं था. वो पूरे हिंदुस्तान के दिलों पर लहराया गया. आज हमारे साथ हैं कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव से कारगिल युद्ध की एक-एक डिटेल पूछी.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती