मेजर जनरल दुष्यंत सिंह, भारतीय सेना के एक जांबाज़ और सीनियर अधिकारी रहे हैं. दिसंबर 1981 में इन्हें ‘मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट’ की 9वीं बटालियन में कमीशन मिला. तीन दशकों से ज़्यादा लंबे करियर में इन्होंने जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाकों में बटालियन, ब्रिगेड और फिर डिवीजन की कमान संभाली. देश की सबसे खास सुरक्षा यूनिट… NSG यानी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड में, उन्होंने दो बार बड़ी ज़िम्मेदारियां निभाईं. पहले डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑपरेशंस और फिर इंस्पेक्टर जनरल ऑपरेशंस के तौर पर. भारत की तरफ़ से वो यूनाइटेड नेशंस मिशन का हिस्सा भी रहे और सेना के सबसे बड़े ट्रेनिंग सेंटर….आर्मी वॉर कॉलेज के कमांडेंट भी बने. उनके बेहतरीन नेतृत्व और सेवा के लिए उन्हें ‘अति विशिष्ट सेवा मेडल’ और ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ जैसे सम्मान मिले. साल 2016 में जब पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ, तब मेजर जनरल दुष्यंत सिंह NSG के डिप्टी कमांडेंट के तौर पर ऑपरेशन की कमान संभाल रहे थे. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने मेजर जनरल दुष्यंत सिंह से पठानकोट ऑपरेशन की एक-एक डिटेल पूछी.
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प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : अमन पाल