जब सरहद पार से गोलियां चलती हैं, तो उनकी गूंज हमारे रिश्तों और रणनीतियों तक पहुँचती है. पहलगाम के ताज़ा हमले ने फिर सवाल उठाया है — भारत-पाकिस्तान के बीच अब बातचीत की गुंजाइश है या टकराव तय है? भारत ने अब पाकिस्तान से निपटने का तरीका बदल दिया है — कूटनीति, अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नए सधे हुए कदम उठाए जा रहे हैं. खासतौर पर पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर अलग-थलग करने की रणनीति पर चर्चा हो रही है.
सवाल है — क्या यह रणनीति काम कर रही है? या तनाव पूरे दक्षिण एशिया को संकट में धकेल रहा है? इन्हीं मुद्दों पर आज हमारे साथ हैं प्रोफेसर मोहसिन रज़ा खान — अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सुरक्षा मामलों के जानकार. हमने उनसे पूछा — पहलगाम के बाद भारत की रणनीति कैसी बदली? पाकिस्तान की कौन सी कमजोरी उसके लिए ताकत बन सकती है? दोनों देश अब तक परमाणु टकराव के कितने करीब आए हैं? और भारत सरकार किन दबावों के बीच फैसले ले रही है?