चोलों को लेकर उपन्यास लिखे गए, फिल्म बनीं और अब उनकी परंपरा सरकारें निभा रही हैं. दक्षिण हिंदुस्तान के सबसे ताकतवर राजवंश की शुरूआत कैसे हुई, गिर कर वो कैसे उभरे, उनका धर्म क्या था, राजकाज कैसे चलाते थे, परंपराएं क्या थीं और कहां तक उनका बोलबाला रहा ये सब अचानक लोगों में दिलचस्पी जगाने लगा है. इस बार पढ़ाकू नितिन में यही सब बताने आई हैं प्रो डॉ एस चांदनीबी. इतिहासकार चांदनीबी ने तीन दशकों तक चोलों पर गहरा रिसर्च किया है और उनके किए गए शोध पर दुनिया भरोसा करती है.