रसूलपुर रियासत के मालिक 71 साल के इनायत अली खां उस टाट के पर्दे वाली झुग्गी के सामने खड़े थे। "कौन है" अंदर से एक बुज़ु्र्ग आवाज़ आई। खां साहब ने डरते-डरते पर्दा हटाया तो झुर्रियों के जाल वाला एक चेहरा था - वो आफ़रीन ही थी। उनकी 40 साल पुरानी मुहब्बत, जिसे वो मुकम्मल नहीं कर पाए थे। वक्त आफरीन के चेहरे पर झुर्रियों की शक्ल में जाने क्या-क्या लिख गया था। पर उस की धुंधली आंखों अब भी खां साहब का इंतज़ार बाकी था। सुनिए पूरी कहानी स्टोरीबॉक्स के इस एपिसोड में.