तालिबान ने काबुल में 15 अगस्त 2021 को एंट्री ली तो हमने वो तस्वीरें टीवी-अख़बारों में देखीं। तालिबान के लड़ाकों को हथियार लहराते, हिंसा करते, प्रेसिडेंशियल हाउस में उछलकूद करते देखा गया। इस दौरान एक हिंदुस्तानी पत्रकार नयनिमा बासु काबुल में ही मौजूद थीं और जान पर खेलकर सब रिपोर्ट कर रही थीं। इस बार पढ़ाकू नितिन में उसी एक हफ्ते की कहानी नयनिमा से सुनेंगे जब तालिबान के फिर लौटने का शोर मचा, पॉलिटिकल एलीट्स ने इसे नकारा और आख़िरकार बंदूक़ लहराते तालिबान को सभी ने काबुल क़ब्ज़ाते देखा।
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सोना ख़रीदकर घर में रखना क्यों घाटे का सौदा है?: पढ़ाकू नितिन, Ep 180