नेहरू अपने दौर के ऐसे नेता थे जो टकरावों को निमंत्रण देते थे. यही वजह है कि उनके दौर के सियासतदानों और बुद्धिजीवियों ने उनसे जमकर बौद्धिक विमर्श किया. इनमें इक़बाल, जिन्ना, पटेल, मुखर्जी भी शामिल थे. इस बार 'पढ़ाकू नितिन' में मेहमान के तौर पर शामिल हुए हैं इतिहास के दो छात्र जिन्होंने इन सभी ऐतिहासिक पात्रों को एक किताब में संजोया है, त्रिपुरदमन सिंह और अदील हुसैन.
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मौलाना आज़ाद से जिन्ना चिढ़ते क्यों थे?: पढ़ाकू नितिन, Ep 85
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