हमारे बचपन के दोस्त सिर्फ रिंकू, चिंटू, पिंकू नहीं थे बल्कि नागराज, ध्रुव, डोगा, भोकाल भी थे. गर्मी की छुट्टियों में इनकी संगत खूब होती थी और स्कूल खुलते तो पीछे की बेंच पर छिपकर मुलाकाते चलतीं. ये दोस्त अब दिखते नहीं या कम दिखते हैं. इस बार 'पढ़ाकू नितिन' में राज कॉमिक्स के को प्रोड्यूसर संजय गुप्ता आ रहे हैं और अपने साथ ला रहे हैं इन सुपरहीरोज़ की दुनिया.
फांसी से पहले कसाब की आंखों में पछतावे की कहानी: पढ़ाकू नितिन, Ep 119
बिहार की पॉलिटिक्स 35 सालों में कैसे बदल गई?: पढ़ाकू नितिन, Ep 118
इज़रायल-फ़िलिस्तीन के झगड़े में कौन छिपकर खेल रहा है?: पढ़ाकू नितिन, Ep 117
कव्वाली को 750 सालों बाद भी कौन ज़िंदा रखे हुए है?: पढ़ाकू नितिन, Ep 114