
9 अक्टूबर, 2025 को फ़िलिस्तीन इज़रायल के बीच Egypt में Ceasefire deal साइन हुई. अगले ही दिन इज़रायली कैबिनेट ने इसे पास किया. हालांकि वो अलग बात है, कि उसके बाद भी वहां Israeli Airstrike की ख़बरें फिर आईं. अब गाज़ा से ऐसी तस्वीरें आ रही हैं, जहां लोग बड़ी संख्या में अपने घर लौट रहे हैं. लेकिन घरों के नाम पर वहां बचा है मलबा. बड़ी दिक्कत ये है कि उन्हें इसी मलबे को पहचानकर पता लगाना है, कि हां यहां उनका घर था. यहां उनका पड़ोस. कईयों को तो उसी मलबे में दबे अपने परिवार भी ढूंढने पड़ रहे हैं.. ये दृश्य सोचने पर मजबूर तो करते हैं कि आखिर ये मसला यहां तक पहुंचा कैसे? ज़रूरत महसूस होती है गाज़ा के पूरे Crisis की तरफ़ दो कदम पीछे हटकर देखने की और क्या ये सीज़फायर जो इससे पहले भी इतनी दफ़ा हुआ, फिर ब्रेक हुआ. क्या वो अब Survive कर पाएगा? लेकिन इस बार फिलिस्तीन के मुद्दे पर बात करने के लिए कोई प्रोफेसर या कोई डिप्लोमेट नहीं आए हैं. इस बार पढ़ाकू नितिन World Affairs में हमारे मेहमान हैं, KC Tyagi. जिन्हें ज़्यादातर लोग समाजवादी आंदोलन के बड़े नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद के तौर पर जानते हैं. लेकिन वो फिलिस्तीन के हक में बात करने वाले International Institution League of Parliamentarian for Al-quds and Palestine के मेंबर भी हैं.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: अमन पाल

काले ताज महल, गुंबद और 22 कमरों के राज़ का खुलासा! : पढ़ाकू नितिन