हमारे देश में फेडरल सिस्टम है हिंदी में संघीय ढ़ाचा. अर्थात संविधान में ये क्लियरली डीफाइन्ड है कि सेंटर की और राज्यों की क्या-क्या शक्तियां होंगी. संविधान ने तय कर दिया कि राज्य किन-किन विषयों पर कानून बनाएंगे और केंद्र किन-किन पर. अब देश को दिशा कौन देगा ये संसद तय करती है जहां सांसद यानी MPs चुन कर आते हैं. वैसे ही राज्यों की दिशा तय करने के लिए हर राज्य में विधानसभा बनी हैं जहां MLA यानी मेंमबर ऑफ लेजिस्लेटिव असेंबली हिंदी में विधायक जो चुन कर आते हैं. इनका काम क्या होता है? कितनी सैलेरी होती है? सुनिए 'ज्ञान-ध्यान' में प्रतीक वाघमारे के साथ.
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