ये तो हम सब जानते हैं कि हर देश के लोग किसी एक भाषा को अपने-अपने तरीके से, अपने-अपने लहज़े में बोलते हैं. और थोड़े अभ्यास से ये लहज़ा सीखा भी जा सकता है. लेकिन क्या बिना सीखे किसी और देश की लैंग्वेज में बातचीत करना इंसानो के लिए संभव है? आपने न्यूज़ चैनल्स पर ऐसी चौंकाने वाली खबरें तो सुनी होंगी जिनमें कोई व्यक्ति अचानक अपनी ज़बान छोड़कर, किसी और भाषा में बात करने लगता है. ऐसा ही कुछ हुआ था जर्मनी की एनेलीज़ मिशेल के साथ. ये किसी जादू से कम नहीं लगता. लेकिन क्या ये सच में कोई जादू है? या फिर दुनिया में सबसे कॉम्प्लेक्स इंसानी दिमाग का कोई झोल? क्या है इसके पीछे की साइंस? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में.
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