रशिया और दूसरे तरफ़ यूरोपीय देशों के बीच घिरा है यूक्रेन. 24 अगस्त 1991 को जब सोवियत यूनियन टूटा तब कई सारे देशों के साथ साथ यूक्रेन भी अस्तित्व में आया. लेकिन आज ये इतना महत्वपूर्ण है कि ट्रंप भी इसके पीछे पड़े हैं और इसी चक्कर में हुई अमेरिका-यूक्रेन रेयर अर्थ मिनरल डील. लेकिन ये रेयर मिनरल्स हैं कौनसे? क्या ये वाकई इतने अहम हैं कि अमेरिका इसके लिए यूक्रेन की बांह मरोड़ रहा है? और अगर हैं तो ये मिनरल्स प्रैक्टिकली अमेरिका के काम कैसे आएंगे? सुनिए इन्हीं सवालों के जवाब ‘ज्ञान ध्यान’ में
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