आम आदमी के लिए रतन टाटा ने एक कार का सपना देखा. टाटा ग्रुप की ये कार लखटकिया के नाम से भी मशहूर हुई. गांव-गांव में इसको लेकर लोगों में जिज्ञासा थी. रतन टाटा ने अपने इस सपने को कई बार लोगों से साझा भी किया था. लेकिन उनका ये सपना….जो टाटा नैनों कार के रूप में साकार हुआ. कैसे हकीकत बना, इसमें क्या-क्या फीचर थे, इस सपने को पूरे करने में क्या मुश्किलें आयी और क्यों ये आखिर में टाटा के लिए बुरा सपना साबित हुआ? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान’ में
प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : नितिन रावत
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