होली का त्योहार पूरे देश में अमूमन एक ही तरह से मनाया जाता है. लेकिन सिख धर्म के लोगों के बीच इसे बहुत ही अलग तरीके से मनाने की रिवाज़ शुरू हुआ. अट्ठारहवीं सदी में रंगों और कई प्रकार के व्यंजनों के स्वाद से भरा हुआ ये त्योहार हिन्दु परंपरा से उठकर सिख समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक बन गया. क्या है महत्ता पंजाब के आनंदपुर साहिब की जहां हर साल होला मोहल्ला बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है? कैसे खिलाया जाता है 3 दिनों तक लाखों श्रद्धालुओं को लंगर? कैसे जोड़ा गुरु गोबिंद सिंह जी ने होली के त्योहार को सिखों की वीरता और बहादुरी से? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान’ में.
रिसर्च: श्रुति
साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
सिंधु जल संधि ख़त्म हुई तो पाक़िस्तान को क्या नुक़सान होगा: ज्ञान ध्यान
आपके बच्चों की ऑनलाइन दुनिया क्या वाकई सेफ़ है?: ज्ञान ध्यान