हम बचपन से ही सुनते पढ़ते आ रहे हैं कि दुनिया भर का 71 परसेंट हिस्सा पानी है. ज़मीन कम है. लेकिन उसके साथ ये भी कि पीने वाला पानी लगातार कम हो रहा है. इनमें ओशियन्स अलग हैं क्योंकि इनका पानी पीने वाला नहीं. लेकिन अगर मैं कहूँ कि अब इन ओशियन्स पर भी खतरा मंडरा रहा है जो हमारे बहुत काम आते हैं तो आप कैसे रिएक्ट करेंगे. नहीं नहीं क्लाईमेट चेंज का खतरा तो है ही लेकिन उससे ज्यादा है खतरा ओशियन पॉल्यूशन का और ओवर फिशिंग का जिससे समुद्र का इकोसिस्टम ख़राब हो रहा है. वजह ये भी है कि दुनिया के ज्यादातर समुद्र देख-रेख के मामले में लावारिस हैं. पूरी कहानी सुनिए 'ज्ञान-ध्यान' के लेटेस्ट एपिसोड में.
किसे मिली उम्रक़ैद की सज़ा कम हो सकती है?: ज्ञान-ध्यान, Ep- 702
कब मिलते हैं सरकारी बंगले और कब छिन जाते हैं? ज्ञान-ध्यान, Ep 701
फ्लाइट उड़ाते वक्त क्या नहीं कर सकते पायलट? :ज्ञान ध्यान, Ep 699