दुनिया में तरह तरह की आवाज़ें हैं... कुछ आवाज़ें हमारे कानों को अच्छी लगती हैं लेकिन कुछ आवाज़ें कर्कश। म्यूजिक, चिड़ियों की चहचहाने की आवाज कुछ लोगों के लिए मेडिटेशन की तरह काम करती है. वहीं सड़क का शोर, किसी के चीखने की आवाज़, सुनकर मन में उलझन पैदा होने लगती है. क्या इनका कोई मनोवैज्ञानिक कारण भी है, जी हां... ये आवाज़ें मिसोफोनिया के सिमटम हो सकते हैं। क्या है मिसोफोनिया, किस उम्र में होती है ये बीमारी, और क्या है समाधान अगर आप इन सवालों के जवाब नहीं जानते तो सुनिए इन सवालों के जवाब 'ज्ञान ध्यान' के इस एपिसोड में गर्वित श्रीवास्तव से.
रिसर्च- नौशीन खान
भारत के विमान रोकने से पकिस्तान की होगी जेब हल्की : ज्ञान ध्यान
सिंधु जल संधि ख़त्म हुई तो पाक़िस्तान को क्या नुक़सान होगा: ज्ञान ध्यान
आपके बच्चों की ऑनलाइन दुनिया क्या वाकई सेफ़ है?: ज्ञान ध्यान