जासूसी दुनिया की एक ऐसी तकनीक जिसका इस्तेमाल सोवियत संघ ने किया था. हनी ट्रैपिंग नाम की इस प्रैक्टिस की मदद से उन्होंने दुश्मन देशों के अधिकारियों को शिकार बनाया. लेकिन आज के दौर में सोशल मीडिया की बदौलत इस तकनीक का इस्तेमाल करके कई लोग इस जालसाजी का शिकार बन रहें हैं. तो इंसानों को फंसाने की इस तकनीक में होता क्या है? इसकी शुरुआत कैसे हुई? कैसे सोवियत संघ ने हनी ट्रैपिंग का सहारा लेकर दुश्मन देशों का सामना किया? और कैसे इसका खतरा अब ज़्यादा बढ़ गया है? आज के 'ज्ञान ध्यान' में इसी बारे में बताएंगे.
रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी
साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
भारत के विमान रोकने से पकिस्तान की होगी जेब हल्की : ज्ञान ध्यान
सिंधु जल संधि ख़त्म हुई तो पाक़िस्तान को क्या नुक़सान होगा: ज्ञान ध्यान
आपके बच्चों की ऑनलाइन दुनिया क्या वाकई सेफ़ है?: ज्ञान ध्यान