जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहली बार ऐसा प्रयोग किया है कि वहाँ जमानत पर छूटे कैदियों को एक डिवाइस पहनाया जा रहा है जिसकी मदद से उन्हें ट्रैक किया जाएगा.. पायल की तरह पैर में फिट हो जाने वाले इस डिवाइस में GPS लगा होता है, जिससे उस शख्स की हर मूवमेंट ट्रैक हो सकती है.लेकिन इसका काम इतना भर ही नहीं है. और किस काम आ सकता है ये डिवाइस और ये काम कैसे करेगा? सुनिए इस एपिसोड में.
साउंड मिक्स - नितिन रावत
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