सोचिए, अगर आपके पास एक ऐसा दोस्त होता जो आपके साथ हमेशा से, यहां तक कि मां के पेट से, साथ होता, तो उनसे बातें करने का तरीका भी कुछ अलग खास होता! आज हम यह जानेंगे कि यह घटना क्या है, कैसे यह बनता है, और क्यों कुछ जुड़वा इस भाषा को अपने जीवन में बनाए रखते हैं, जैसे कि Youlden twins ने किया। नमस्कार मेरा नाम है आंचल और आप सुन रहे हैं आजतक रेडियो का एक्सप्लेनेर पॉडकास्ट ज्ञान ध्यान
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावत
भारत के सबसे पुराने कुओं का ये रहस्य जानते हैं आप?:ज्ञान ध्यान
त्योहार के बाद महसूस होना वाले खालीपन से ऐसे बचें!: ज्ञान ध्यान
USA का वो सूबा जहां छिपी है व्हाइट हाउस की चाबीः ज्ञान ध्यान
लोग क्यों हो जाते है सेलेब्रिटीज़ के जबरा फ़ैन?: ज्ञान ध्यान
दिवाली पर बोनस मिलने, ना मिलने की क्या है कहानी?: ज्ञान ध्यान