साल 2022 की 31 जुलाई को एक अमेरिकी ऑपरेशन में ओसामा बिन लादेन के बाद आतंकी संगठन अलकायदा लीड कर रहा अल जवाहिरी मार दिया गया था. अफगानिस्तान के काबुल में ये हमला तब किया गया जब अल-क़ायदा चीफ अयमन अल-ज़वाहिरी टहलते हुए बालकनी पर आया. वो सुबह की नमाज़ के बाद अमूमन बालकनी पर जरूर आता था। अमेरिकी फोरसेस तो इसी ताक में थी। कई दिन की जासूसी के बाद ये दिन आया था. काबुल में 6 बजकर अठारह मिनट हुआ था जब दो मिसाइल उसकी बालकनी पर आकर गिरी, धमाका हुआ, और 71 साल के ज़वाहिरी की मौत हो गई.लेकिन घर के अंदर मौजूद ज़वाहिरी की पत्नी और बेटी को खरोंच तक नहीं आई.इस ऑपरेशन के बाद ये बात शुरू हो गई कि आखिर ऐसी कौन सी मिसाइल है जो केवल टारगेट तक ही सीमित रहती हैं और किसी को कुछ भी नुकसान नहीं होता. इतनी शार्प मिसाइल कौन सी है और इसे बनाया कब गया था. ये सारे सवाल हमारे जहनों में आने लगे. इन्हीं सवालों के जवाब लेकर आ गए हैं हम आज के ‘ज्ञान-ध्यान’ में.
भारत के विमान रोकने से पकिस्तान की होगी जेब हल्की : ज्ञान ध्यान
सिंधु जल संधि ख़त्म हुई तो पाक़िस्तान को क्या नुक़सान होगा: ज्ञान ध्यान
आपके बच्चों की ऑनलाइन दुनिया क्या वाकई सेफ़ है?: ज्ञान ध्यान