आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के दस्तक देते ही ये बातें शुरू हो गई थीं कि ये हमारी जिंदगी तो आसान करेगा लेकिन हमारे आसपास नौकरियां और काम भी खाएगा,अब ऐसा होगा या नहीं ये तो आगे की बात है लेकिन इतना जरूर है कि बदलती दुनिया के साथ बदलना इंसानों की जरूरत बन चुका है. एआई को हम कमांड देते हैं और वो उसी आकॉर्डिंग काम करता है,मोटा मोटी यही थ्योरी है. लेकिन क्या हो अगर तकनीक इतनी आगे बढ़ जाए कि आप को किसी काम के लिए कमांड देने की भी जरूरत न पड़े जो भी सोचें वो हो जाए.इस तकनीक को कहते हैं ब्रेन कंप्यूटिंग इंटरफेस तकनीक जिसकी मदद से आपके आराम को अब नेक्स्ट लेवल पहुंचाया जा सकता है. सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में .
प्रोड्यूसर: चेतना काला
साउन्ड मिक्स: अमृत रेजी
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