रोज़मर्रा की आदतों में खाने और सांस लेने के अलावा शुमार है मल त्याग करना या यूं कहिए कि फ्रेश होना या टॉयलेट इस्तेमाल करना. लेकिन अक्सर लोगों को आदत हो जाती है टॉयलेट इस्तेमाल करते हुए फोन चलाने या अखबार पढ़ने की या फिर यूँ ही बैठ कर सोचते रहने की. मगर क्या आप जानते हैं कि टॉयलेट में बैठे बैठे घंटों रील्स देखने के नुकसान क्या हैं? मल त्याग में क्यों ज़्यादा देर नहीं लगनी चाहिए और क्या है टॉयलेट सीट पर बैठने का सबसे सही तरीका, ज्ञान ध्यान के इस एपिसोड में जानिए इन सभी सवालों के जवाब मानव से.
स्क्रिप्ट-रिसर्च: अतुल तिवारी
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