तीन ताल के 37वें एपिसोड में कमलेश ‘ताऊ’, पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार’ से सुनिए :
- ताऊ किस वेब सीरीज़ को दूसरी बार देख रहे हैं और बाबा ने कबीर के किस पद को हीरा बताया? उस इकलौते संगीतकार की बात जो कबीर तक पहुंच पाए, शेष अभी रास्ते में हैं.
- अवधी में कहा जाने वाला 'दुइ ठो' , भोजपुरी में 'दू गो' और बंगाली में 'दो टा' कैसे हो जाता है.
- ताऊ और बाबा की पसंदीदा कारों की बात. ताऊ को पहली कार किसने दी और बाबा ने क्यों ताऊ के कहने पर अपनी कार बदली.
- कार भारत में प्रिविलेज है या ज़रूरत है? 'बेकार' और 'कारसेवा' जैसे शब्दों के मायने और अर्थसंकोच.
- कश्मीर के खान-पान, कल्चर और मेहमान नवाज़ी पर बातचीत. कहवा, कांगड़ी और वाज़वान के क़िस्से और आख़िर में ताऊ की कश्मीरियों और सेना के जवानों से अपील.
- 800 किलो गोबर चोरी हो जाने के बहाने पशुओं के मल की उपयोगिता पर बात. बिल्ली, बकरी, घोड़े और गधों के मल के अलग अलग नाम और मुहावरों में उनके इस्तेमाल. बिल्ली के मल से काजल बनने की किंवदंती.
- 'साड्डा जीवन, उच्च बिज़ार' में अटपटे बयानों वाले फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते की खिंचाई.
- और, आख़िर में न्योता वाले श्रोता में तीन ताल के अमेरिकी लिसनर नितिन व्यास की चिट्ठी जिन्होंने ताऊ का तकियाक़लाम खोज निकाला है.
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101
दुकान चलाने का मंतर, बलि लेने वाला बकरा और गुटखा थूकक चोर : तीन ताल S2 100
भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96