
साहित्य आजतक 2025 के आख़िरी दिन दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित हुआ तीन ताल का विशेष समागम. इसमें पधारे देशभर से प्रिय तीन तालिये. उन्होंने इस कार्यक्रम पर जमकर प्यार लुटाया. शानदार महफ़िल जमी. बातों, ठहाकों और चुटकुलों का मज़ेदार छौंका लगा. कमलेश ताऊ ने दिल्ली के प्रदूषण से लेकर बिहार चुनाव तक पर सुनाई चुटीली कविताएं. कुलदीप सरदार भी पीछे नहीं रहे, उनके पिटारे से क्या निकला और आसिफ़ खां चा ने कैसे मौज कराई? इसके अलावा कुछ तीन तालियों को मिला उनके सवालों का जवाब. तो आप भी देखिए/सुनिए तीन ताल का ये बोनस एपिसोड.
प्रड्यूसर: कुमार केशव/अतुल तिवारी
साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

प्रदूषण का 'प्र' पलायन का लॉयन और रेलवे की थाली : तीन ताल, S2 129

गॉसिप से क्रांति, फार्ट ऑफ लिविंग और कटियाबाज़ी का सुख : तीन ताल, S2 128

मनाही का मज़ा, लखनऊ में लोटपोट और ईमानदार के रिबेल : तीन ताल, S2 125

लहसुन बादशाह, ठंडई की ठाठ और बनारस का बवालपुराण : तीन ताल, S2 123