तीन ताल के 66वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-ताऊ का पहला 'मील का पत्थर' और बाबा को क्यों पसन्द है 66. ताऊ के अंग्रेज़ी और बाबा के हिन्दी सीखने वाले गेम्स.
-चुनाव से पहले इस्तीफा क्यों ज़रूरी. इस्तीफ़ों की भाषा क्यों तयशुदा. शादी ब्याह और भोज की चिट्ठी-पत्री की भाषा.
-इस्तीफ़े में छिपा 85 और 15 का खेल. कुर्सी पर बैठने का सर्टिफिकेट और यूपी में माननीय का मतलब.
- अटल बिहारी वाजपेयी की लिखी दो ज़ोरदार राजनीतिक चिट्ठियाँ.
-पान खाने का शऊर और थूकने की कला. कितना थूकें और कितना निगलें. मुंह में पान रखकर बोलने की कला.
-सुअरों की सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक अनदेखी. इस पशु को उसका ड्यू सम्मान क्यों नहीं मिला? कैपिटलिस्ट सोसाइटी में सुअर का मतलब. सुअर और इंसान के दिल में कौन सा बेहतर.
-बिज़ार ख़बर में लोन रिजेक्ट होने पर बैंक फूंक देने वाले वसीम भाई का किस्सा.
-और आख़िर में तीन तालियों की चिट्ठियों के बहाने ईश्वर के मज़ाक उड़ाने के आरोप पर सफ़ाई. मज़ाक उड़ाने का असल मतलब.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ अमृत रेगी
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