तीन ताल सीजन 2 के 35वें एपिसोड में कमलेश ताऊ, कुलदीप सरदार और पुणेरी कनपुरिया के साथ सुनिए:
- पुणेरी कनपुरिया के नाम की कहानी और पूना-पुणे का फ़र्क़
- पुणे के अलग-अलग नाम और इस शहर का बैडमिंटन कनेक्शन
- पुणे चला था मुंबई बनने, बन क्यों नहीं पाया
- भारतीय महानगरों की उलटबांसी और कनपुरियों की निशानी
- पुणे के 'खड़ूस' लोग और वहां का मौसम
- आरामतलबी पुणेकर और पुणे का स्टैंड
- मज़ेदार पुणेरी पाट्या और मराठी वन लाइनर्स
- कानपुर और पुणे के ह्यूमर का फ़र्क़, पुणे के पेठ और वाड़ा
- पुणे की मशहूर चीज़ें और डमरू वाला 'ल'
- डेस्क और फ़ील्ड जॉब के नफ़े-नुक़सान
- ग्राउंड रिपोर्टिंग की चुनौतियां और छले जाने का भय
- देशी-विदेशी क्लाइंट का नेचर और ऑफिस के नागफ़नी
- बिज़ारोत्तेजक ख़बर में फ्लाइट के को-पायलट को मुक्का मारने वाला शख़्स और हरियाणा में गड्ढे के CPR से ज़िंदा हुए मृतक
- और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां
प्रड्यूसर: कुमार केशव
साउंड मिक्सिंग: नितिन रावत
दुकान चलाने का मंतर, बलि लेने वाला बकरा और गुटखा थूकक चोर : तीन ताल S2 100
भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96
सिबिल का संकट, लंका लगाऊ बानर और 'समय' पर साढ़े साती! : तीन ताल S2 Ep 91