- लीज़ पर आज़ादी और ताऊ की पर्सनल आज़ादी
- आम-जामुन और जया-अमिताभ का बैलेंस
- सुख-दुख और काला-सफेद का संतुलन
- चचा को 'चा', बंग को 'बंगा' और तरंग को 'तरंगा' गाने की आदत
- जबरन राखी बांधने की परंपरा और 'ठाकुर' वाली डीपी
- भारत दुद्धी में आज़ाद हुआ है?
- क्रिकेटर, गायक, तैराक, नाविक और शायर गुरमीत राम रहीम सिंह इंसान
- लोकतंत्र के मजबूत खंबे और कलकत्ता की घटना
- खलीहर लोगों की दिनचर्या और दीवाने कल्लन चचा
- सबकुछ करने वाले लोग और विक्टोरियन नाइफ़ की खूबी
- थाने के खलीफा और बियाहकटवा लोगों की ट्रिक
- एलिजिबल बैचलर खोजने वाले वाले लोग
- मारपीट और कॉम्प्रोमाइज़ कराने वाले महनीय
- बियाहकटवा लोगों की नवैयत और 'टिबियहवा' का टर्म
- ट्रांसलेशन पूछने की तलब और मेधावियों से पूछताछ
- कचहरी-थाने के विशेषज्ञ और समाज के शेखचिल्ली
- 'बछिया को कुक्कुर से कटवाने' का मामला
- गांव के दोपहर में खर्राटे और इक्का फेंकने का अड्डा
- आर्ट ऑफ डू नथिंग और निठल्लों का नाका हिंडोला
- जया बच्चन और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का विवाद
- तीन पत्ती सिखाने वाले चचा और बुआ का पत्ता
- कट्टों के प्रति संतान-प्रेम और तमंचे का आधार कार्ड
- चापाकल चलाने की टेक्निक और चड्ढी धुलवाने वाले ताऊ
- प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां
प्रड्यूसर : अतुल तिवारी
साउंड मिक्स : नितिन रावत
जनगन्ना का गन्ना, फूफा के फफोले और भौकाल प्रसारण : तीन ताल S2 120
समाजवाद का आलस, झूठ का एक्शन रीप्ले और अनानास की बकवास : तीन ताल S2 119
मुनीर की भौं-भौं, बिलावल की चौं-चौं और पेट की गों-गों : तीन ताल S2 117
बाल का बतंगड़, देख-रेख के फ़साने और भर्ती के भरतमुनि : तीन ताल S2 116
जगदीप की बाती, बैचलर्स से बैर लोडोनिया के लौंडे : तीन ताल S2 114
वल्चर का वेंचर, मृतकों का फेसबुक और स्टार्टअप के स्टंट : तीन ताल S2 113
स्वर्ग में संस्कृत, गोबर में गोल्ड और झुमके से झगड़ा : तीन ताल S2 112