तीन ताल सीज़न 2 के 56वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', कुलदीप सरदार और सुंदर मूंछों वाले नए मेहमान राहुल गौड़ के साथ के साथ सुनिए :
-शुरुआत वीरेन डंगवाल की कविता से
-आखिरी वक़्त में क्या खाक संघी होंगे
-इलेक्शन का खेला सलून में सेकुलर चाहता हुआ आदमी
-स्मृति ईरानी की हार के 99 कारण
-तीन तालियों का डेडीकेशन,
-मंत्रीमंडल विस्तार पर मीम सेना
-राम दास अठावले की तुकबंदी
-कौन बनेगा सभापति
-रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का इंफ्रास्ट्रक्चर
-मराठी बोलता अवधी और कानपुर के कलाकार कुली
-जोधपुर की विनम्रता और हरियाणा का ह्यूमर
-हरियाणा रोडवेज का ग्रंथ
-दिल्ली आकर लगने वाला कल्चरल शॉक
-खीरे पर बाबाघनौश और रोटी के खुल जाने की कहानी
-मुंबई का एवेरेजपन और बिहारी होने पर रिजेक्शन
-मारने की मजबूरी, वो साला बिहारी : कविता
-श्रम के सम्मान में कमी
-अवध का अहंकार और हरियाणा का Swag
-मुंबई का एवरेजPUN, 'हम गया हूं' से 'तेरे-को-मेरे-को'
-भाषा की आवाजाही और भोजन का संतुलन
-खाने में लेस एडवेंचरस इंडियन
-आर्ट को मेकिंग फ्रेंड्स और मुस्कुराने की अदा
-बनारस में भोजपूरी बोलने वाला बंगाली
-SHO का पावर और पगार का अंतर
-किश्तों में घूस लेने की कला बटर स्कॉच में उंगली
-अंत में तीन तालियों की कमाल-धमाल चिट्ठियां.
स्वर्ग में संस्कृत, गोबर में गोल्ड और झुमके से झगड़ा : तीन ताल S2 112
तैमूर लंग्स का ब्रेकिंग-ब्रेड, खदेरन कट और सस्ताPUN : तीन ताल S2 111
इलाहाबाद के बमबाज़, पिनकहा चाचा और करेजऊ का करेज : तीन ताल S2 110
जीवन की क्षणभंगुरता, बा-वफ़ा सोनम और खट्टरपंथी विचार : तीन ताल S2 108
खीरे की बलि, टमाटर का प्रतिरोध और चुकंदर की चूक : तीन ताल S2 107