तीन ताल सीजन 2 के 43वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', आसिफ़ 'खां चा' और कुलदीप 'सरदार' के साथ सुनिए:
- तिरालीस, तैंतालीस और तीन तालिस के मुख-सुख
- चुनावी चंदे का खेल और इसे पाने के लिए टेढ़ी की गई ऊँगली
- CAA पर केजरीवाल का सोचा-समझा बयान और 'इनोसेंट' मूर्ख
- होली की दिनचर्या और न छूटने वाले गाढ़े रंग
- होली में की गई ख़ुराफ़ात, रंगों के साथ मिलाये गए केवांछ और मोबिल
- भांग खाने/पीने के बाद कैसा फ़ील होता है
- भांग की गोली, गोले और मोदक एवं उनके शिवश्रोत टाइप नाम
- सरकारी भांग की दुकान और उसे निगलने का तरीक़ा
- भांग आपके दिमाग़ से कैसे खेलता है
- भांग पीने के लिए उकसाने वाले लोग और इसके लिए प्रयोग किए जाने वाले दोहे
- होली के हुड़दंग, लिब्रेटिंग मोमेंट और छूट की सीमा
- भांग की चटनी और धतूरे का बीज
- नचिकेता का गाना और भांग सेवन के नुक़सान
- होली पर भाभियों के पास उपलब्ध अस्त्र
- होली के हुलियारे, रंगीन पुए और काला-पीला
- होली से पहले का धुरखेल और होलिकादहन की तैयारी
- दिशासुर और भांग-शराब के नशे का फ़र्क़
- कुछ फ़िल्मों पर बात और रेकमेंडेशन
- बिज़ारोत्तेजक ख़बर में सरिया चुराने वाले इंस्टाग्राम इंफ्लुंसर्स और नोएडा-फ़रीदाबाद की लड़ाई
- आधी रात को नींबू के लिए दरवाजा खटखटाने वाला कांस्टेबल
- और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां
प्रड्यूसर: कुमार केशव
साउंड मिक्सिंग: सौरभ कुकरेती
प्रसाद का विवाद, बारात के बॉरो खबूचड़ और आसन की आस : तीन ताल, S2 Ep 71