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शून्य | स्टोरीबॉक्स | EP 79

शून्य | स्टोरीबॉक्स | EP 79

सीमा दीदी ऑफिस में अपने पति की खूब तारीफें करती थीं लेकिन उनके हाथ पर हर रोज़ चोट का एक नया निशान दिखता था. वो कहती थीं, "वीकंड पर हम लोग फिल्म देखने गए थे, ये तो मेरा इतना ख़्याल रखते हैं कि पूछो मत बार बार फोन करते हैं" जबकि वो कभी उनको पिक करने दफ़्तर नहीं आए थे. सीमा दीदी दुनिया के सामने अपनी ज़िदगी को झूठी खूबसूरती से सजाए रखना चाहती थीं, जबकि अंदर ही अंदर वो एक गहरी तकलीफ से गुज़र रही थीं - सुनिए स्टोरीबॉक्स में ममता सिंह की लिखी कहानी 'शून्य' जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से

साउन्ड मिक्स: कपिल देव सिंह 

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