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हकीम साहब की चूहेदानी | स्टोरीबॉक्स | EP 78

हकीम साहब की चूहेदानी | स्टोरीबॉक्स | EP 78

जिस सुबह तीन मोटे चूहों ने हकीम साहब की सदरी दातों से कुतर डाली, उन्होंने तय किया कि अब चाहे जो भी हो जाए लेकिन इन चूहों से छुटकारा पाकर रहेंगे लेकिन उनको पकड़ने के लिए चाहिए एक चूहेदानी. एक तो सदरी कट गयी, ऊपर से पैसा खर्च करके वो खरीदें तो भई ये तो न हो पाएगा. इसके लिए उन्होंने एक ऐसी तरकीब सोची कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे, लेकिन ये तरकीब उतनी कारगर थी नहीं जितनी लग रही थी - सुनिए स्टोरीबॉक्स में जमशेद कमर सिद्दीक़ी से कहानी 'हकीम साहब की चूहेदानी'

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Listen and follow स्टोरीबॉक्स विद जमशेद क़मर सिद्दीक़ी