चार बाल काटने वाले हजाम मिलकर एक हेयर कटिंग सलून चलाते थे। दुकान बढ़िया चलती थी। कस्टरमर्स की भीड़ लगी रहती थी। एक शख्स उनकी दुकान पर एक शख्स आया। कपड़े मैले, बाल बिखरे हुए। बोला, "मुझे बस थोड़ी सी जगह दे दीजिए, यहीं पड़ा रहूंगा और दुकान को झाड़ पोंछ दिया करूंगा। मैं खाना भी बना लेता हूं। मुझे पैसा नहीं चाहिए" उन लोगों ने उसे काम पर रख लिया पर धीरे-धीरे वक्त बदला और एक रोज़ ऐसा भी आया कि उस बूढ़े ने उन चारों को मालिक से नौकर बना दिया" सुनिए स्टोरीबॉक्स में 'ग़ुलाम अब्बास' की लिखी कहानी 'फैंसी हेयर कटिंग सलून' स्टोरीबॉक्स में.