कहा जाता है कि बाइबिल के बाद सबसे ज़्यादा प्रकाशित होनेवाली किताबें गांधी के बारे में हैं. 73 साल बाद उनके जीवन और मौत दोनों की परतें बार-बार उघाड़ी जाती हैं. खासकर 30 जनवरी 1948 को की गई उनकी हत्या के कारणों और तरीकों पर लगातार किताबें आई हैं. पढ़ाकू नितिन की इस बैठकी में नितिन ठाकुर ने इतिहास पर किताबें लिखनेवाले अशोक कुमार पांडेय से बात की है. उनसे कई बातें जानने की कोशिश की. जैसे गांधी की हत्या करने के पीछे गोडसे ने जो तर्क दिए वो कितने मज़बूत थे. भारत विभाजन में गांधी की भूमिका क्या थी, क्या गांधी की अहिंसा सिद्धांत थी या रणनीति और क्या देश ने आज़ादी गांधी के रास्ते से पाई?
इस पॉडकास्ट में सुनिए:
- क्या गांधी को अपनी मौत का पूर्वाभास था?
- गांधी हत्या के पीछे गोडसे के तर्क कितने मज़बूत?
- गांधी और गोडसे में कौन बड़ा हिंदू था?
- देश के विभाजन में गांधी का कितना रोल?
- गांधी ने पाकिस्तान को 55 करोड़ क्यों दिलाए?
- यदि गांधी होते तो हैदराबाद का विलय न होता?
- क्या गांधी सेना और परमाणु बम के खिलाफ थे?
- क्या गांधी की अहिंसा अव्यवस्था के बीच काम करेगी?
- आज़ादी के आंदोलन में हत्याएं क्यों नहीं हुई?
- गांधी क्यों मज़दूर आंदोलन के साथ नहीं थे?
- क्या गांधी के रास्ते से देश आज़ाद हुआ था?
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी हैं. आज तक रेडियो इसका अनुमोदन नहीं करता.
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