आसानी से उपलब्ध चीजों की अहमियत कम समझ आती है. पानी ही ले लीजिए. वैसे तो आसानी से उपलब्ध है लेकिन किसी रोज घर में पानी ना आए फिर परेशानी कितनी बढ़ जाती है. फिर समझ में आता है आसान चीजें गैरजरूरी भी हो जरुरी नहीं. इसी तरह खाने के लिए एक जरूरी शय है नमक. नमक ना हो तो हम अपने रोज के खाने की कल्पना भी नहीं कर सकते. लेकिन यहीं एक समस्या भी है. वो ये कि यही जरूरी शय अगर ज्यादा हो जाए तो उसके अलग नुकसान हैं. एक दिन में कितना नमक खाया जाना चाहिए और शरीर के लिए कितना नमक ज्यादा नमक है. सुनिए इन सवालों के जवाब इस एपिसोड में.
साउंड मिक्स - सचिन द्विवेदी
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