एशिया की सबसे बड़ी जेल, तिहाड़, जो 400 एकड़ में फैली है, उसके अंदर की अनकही कहानियों और रहस्यमयी किस्सों को पहली बार सुनील गुप्ता ने सामने लाया है. तिहाड़ जेल में चार दशकों की सेवा के दौरान उन्होंने चार्ल्स शोभराज से लेकर अफजल गुरु तक के मामलों को करीब से देखा. उनकी किताब में फांसी के दिल दहलाने वाले अनुभव और जेल के भीतर की असलियत शामिल है. इस एपिसोड में अरविंद ओझा ने पूछा, "अफजल गुरु के मरने पर सुनील गुप्ता अफसोस क्यों कर रहे थे?" फांसी की सजा सुनाने के बाद जज पेन की निब क्यों तोड़ देता है? और किसी को फांसी मिलने पर सुनील गुप्ता ने कब राहत की सांस ली? सुनिए क्राइम ब्रांच में