तीन ताल के इस एपिसोड में पाणिनि आनंद ‘बाबा’, कमलेश किशोर सिंह ‘ताऊ’, कुलदीप मिश्र ‘सरदार’ और रितुराज बात कर रहे हैं तीन विषयों पर:
दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल क्यों अर्थहीन है?
फिल्म ‘लूडो’ के स्क्रीनप्ले में क्या ख़ास था और कौन से सीन थे जो सबसे ज़्यादा याद रह गए?
और कोरोना काल की शादियां क्यों अनूठी हैं.
जिनका संदर्भ इस बातचीत में आया
1. दिल्ली किसानों का प्रदर्शन
https://www.aajtak.in/india/delhi/photo/kisan-andolan-delhi-chalo-farmers-protest-against-agricultural-reforms-delhi-haryana-border-photographs-pictures-tstr-1168486-2020-11-27-3
2. फिल्म लूडो का नरम गरम रिव्यू
https://www.indiatoday.in/movies/bollywood/story/ludo-movie-review-abhishek-bachchan-pankaj-tripathi-netflix-film-is-naram-garam-and-delicious-1740726-2020-11-13
3. रज़ाक ख़ान की याद में
https://www.youtube.com/watch?v=u1A4-a5i_Tg
4. फ़ैज़ और ग़ालिब का कॉमन टेंजेंट- हमें क्या बुरा था मरना
https://www.youtube.com/watch?v=TAgA0dPh2zI
5. पिछला तीन ताल, कंवारा नहीं मरना और इसको ज़रूर सुनना
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