तीन ताल के चौथे एपिसोड में सुनिए, धर्म, बोलने की आज़ादी और पाकिस्तान पर कमलेश ताऊ, पाणिनि बाबा और कुलदीप कुल्हाड़ी की बतकही.
पाकिस्तान एक हंसोड़ देश बनकर क्यों रह गया है? धर्म का मकसद क्या रहा होगा, जो अब नहीं रह गया? और धार्मिक भावना और बोलने की आज़ादी के बीच लकीर कहां खींचनी है?
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