तीन ताल के 102वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-लेस्टर तनाव के बहाने बहुसंस्कृतिवाद की बुनियादी समस्या पर चिंतन. 'इंडिया-पाकिस्तान', 'हिन्दू-मुसलमान' क्यों हो जाता है?
-'हिंदुत्व' किसके लिए ख़तरनाक. धर्म और अध्यात्म का फ़र्क़. बहुसंस्कृतिवाद क्यों कई बार विनाशकारी हो जाता है?
-ताऊ किस कम्युनिटी को माइनॉरिटी मानते हैं?
ब्रिटेन को Spelling ठीक करने की सलाह.
-ईरान में हिजाब के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शन के बहाने ईरानी समाज, संस्कृति, सिनेमा और संगीत की बात.
-क्यों ईरान में क्रांति नहीं होने वाली? बाबा ने ईरान को क्यों 'कश्मीर ऑफ द मुस्लिम वर्ल्ड' कहा? ताऊ ने क्यों कहा 'आदमी के अधिकार नहीं होते'?
-बिज़ार ख़बर में अफ़ग़ानिस्तान में पबजी बैन करने का तालिबानी फ़रमान. ताऊ और बाबा के पसंदीदा ऑनलाइन गेम्स.
-नामीबिया से भारत लाए गए चीतों के बहाने बिग कैट फैमिली पर बातचीत. क्यों चीता लाने से ताऊ नाख़ुश?
-हिंदुस्तान में लोग क्यों चीता पालते थे? ताऊ को क्यों रॉयल बंगाल टाइगर पसन्द है?
-और आख़िर में तीन तालियों की चिट्ठियां.
प्रड्यूसर - शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग - नितिन रावत
इलाहाबाद के बमबाज़, पिनकहा चाचा और करेजऊ का करेज : तीन ताल S2 110
जीवन की क्षणभंगुरता, बा-वफ़ा सोनम और खट्टरपंथी विचार : तीन ताल S2 108
खीरे की बलि, टमाटर का प्रतिरोध और चुकंदर की चूक : तीन ताल S2 107
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101