तीन ताल के 78वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-AC की तैसी. आपराधिक किस्म की गर्मी में ताऊ को क्यों आयी रामधारी सिंह दिनकर की याद. दिल्ली की सरकार जो प्याज़ की भेंट चढ़ गयी.
-नवरात्र में मीट की दुकान बंद कराने वाले मेयर को लानत. कैसे एक-एक इंच आज़ादी छीनी जा रही? मुर्दों की धरती कब मुर्गों की धरती हो जाएगी. हिंसा और अहिंसा के बीच का फ़र्क़.
-हलाल क्या है और हराम क्या है? हलाल का उल्टा क्या झटका होता है. हलाल सर्टिफिकेशन के खेल की पड़ताल. नमक शब्द हराम से कैसे जुड़ गया.
-हिंदी, हिन्दू, हिंदुस्तान के पोलिटिकल नारे का छिद्रान्वेषण. भाषा की राजनीति और राजनीति की भाषा पर बहस. पाकिस्तान के लोग हिंदुस्तान क्यों नहीं बोलते?
-बिज़ार ख़बर में नीम्बू पर चर्चा. नीम्बू की दुकान पर जब पहुंचे सरदार. नीम्बू की महंगाई का कारण और नीम्बू की किस्में. नीम्बू की फ्रेशनेश पर लम्बी गुफ़्तगू.
-और आख़िर में तीन तालियों की कुछ चिट्ठी और प्रतिक्रियाएं.
प्रड्यूसर - कुमार केशव
साउंड मिक्सिंग - सचिन द्विवेदी
मातम का डांस, कोर्ट का बेल-पत्र और सिंबल माइंडेड लोग: तीन ताल, S2 E47
VIP की हिरासत, ED का फ़ुल फ़ॉर्म और ड्राइवरलेस कार: तीन ताल, S2 E45
हंसने वाले सांप, थिन स्किन का चप्पल और डेमोक्रेसी के मक़ाम: तीन ताल S2 E44
होली की लिबर्टी, भांग का दिशासुर और आधी रात का नींबू: तीन ताल, S2 E43