तीन ताल के इस एपिसोड में कमलेश ताऊ, पाणिनि बाबा और कुलदीप सरदार संग सुनिए:
- इस मौसम में भागलपुरी चादर बेहतर है या पिलखुवा की ?
- पश्चिम बंगाल की पॉलिटिक्स में प्लास्टर की एंट्री से क्या इशारे मिलते हैं?
- फूड डिलिवरी बॉयज़ को लेकर हमारी अपेक्षाएं क्या अमानवीय हो चली हैं? ये किरदार किन हालात में हमारी ज़िंदगी में दाख़िल हुए पर हम उनकी ज़िंदगियों में दाख़िल न हो सके. एक रोज़गार के तौर फूड डिलिवरी का उदय, उससे हुई सुविधाएं और उससे जुड़ी समस्याओं पर बात.
- कैसे तय करें कि आपके लिए जलेबी का सही जोड़ीदार दही है या दूध? जलेबी और इमरती का फ़र्क, गोहाना के जलेबों की व्युत्पत्ति पर बात.
-बिज़ारोत्तेजक यानी अजब ग़ज़ब ख़बर में उस आदमी की कहानी, जिसे बैंक ने 64 डेबिट कार्ड भेजे
-और इस चर्चा में इत्र की तरह आता इलाहाबाद का ज़िक्र.
साउंड मिक्सिंग: कपिल देव सिंह
इलाहाबाद के बमबाज़, पिनकहा चाचा और करेजऊ का करेज : तीन ताल S2 110
जीवन की क्षणभंगुरता, बा-वफ़ा सोनम और खट्टरपंथी विचार : तीन ताल S2 108
खीरे की बलि, टमाटर का प्रतिरोध और चुकंदर की चूक : तीन ताल S2 107
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101