तीन ताल के इस एपिसोड में कमलेश ताऊ, पाणिनि बाबा और कुलदीप सरदार संग सुनिए:
- इस मौसम में भागलपुरी चादर बेहतर है या पिलखुवा की ?
- पश्चिम बंगाल की पॉलिटिक्स में प्लास्टर की एंट्री से क्या इशारे मिलते हैं?
- फूड डिलिवरी बॉयज़ को लेकर हमारी अपेक्षाएं क्या अमानवीय हो चली हैं? ये किरदार किन हालात में हमारी ज़िंदगी में दाख़िल हुए पर हम उनकी ज़िंदगियों में दाख़िल न हो सके. एक रोज़गार के तौर फूड डिलिवरी का उदय, उससे हुई सुविधाएं और उससे जुड़ी समस्याओं पर बात.
- कैसे तय करें कि आपके लिए जलेबी का सही जोड़ीदार दही है या दूध? जलेबी और इमरती का फ़र्क, गोहाना के जलेबों की व्युत्पत्ति पर बात.
-बिज़ारोत्तेजक यानी अजब ग़ज़ब ख़बर में उस आदमी की कहानी, जिसे बैंक ने 64 डेबिट कार्ड भेजे
-और इस चर्चा में इत्र की तरह आता इलाहाबाद का ज़िक्र.
साउंड मिक्सिंग: कपिल देव सिंह
हंसने वाले सांप, थिन स्किन का चप्पल और डेमोक्रेसी के मक़ाम: तीन ताल S2 E44
होली की लिबर्टी, भांग का दिशासुर और आधी रात का नींबू: तीन ताल, S2 E43
मियां की तोड़ी, ज़बरदस्ती का Sadness और मेंढकी का ज़ुकाम: तीन ताल, S2 E38