'तीन ताल' S2, E12 में कमलेश 'ताऊ', कुलदीप 'सरदार' और सौरभ द्विवेदी 'सरपंच' से सुनिए:-
-फ्लाइंग किस और चकमक चाचा की यादें. वीरवार बनाम कायरवार!
-अमित शाह का संसदीय हुनर. राहुल गांधी का कमज़ोर भाषण!
-राहुल गांधी क्यों दार्शनिक हो गए हैं? राहुल का स्मृतिदोष!
-नारायण राणे की भाषा! सुपारी पर क्यों ताऊ और सौरभ द्विवेदी भिड़ गए?
-पंत प्रधान और वड़ा प्रधान की ध्वन्यात्मकता.
-ओम बिड़ला का विलम्बित राग! जगदीप धनखड़ की असफल कोशिश.
-संसद का धप्पा. यूपी विधानसभा में 'इस्लामिक कानून'.
-जनरल मानेकशाँ के प्रति सौरभ द्विवेदी का समर्पण. जॉर्ज बिना संसद सूना.
-ताऊ का सीक्रेट संगठन. गुल, गुलशन, गुलफाम.
-उत्सुकरात की आठ चिट्ठियों के प्रश्नों पर बातचीत.
-जेंडर इक्वालिटी क्या संभव है? सेक्स एट डॉन.
-साइंस और ह्यूमैनिटीज का सामंजस्य! साइंस पढ़ने वाले ग़लत?
-कॉस्मेटिक्स कहाँ से आया? प्रेम विवाह के नुकसान!
-नेता कौन है? डेमोक्रेसी की ख़ामियां! सार्थक हिंसा.
-और आख़िर में प्रिय 'तीन तालियों' की चिट्ठियां.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ सचिन द्विवेदी.
क्रिकेट का कोपियम, भंगुर बच्चे और पैरों का टच: तीन ताल, S2 E27
मिथुन का तकिया कलाम, कमाऊ कुत्ते और नरक का मनोरंजन: तीन ताल, S2 E26
नीतीश की 'भल्गैरिटी', घुंघराले बाल और उस्तरे के उस्ताद: तीन ताल, S2 E25
70 घंटे काम, यारों की बारात और फँसने वाली लिफ्ट: तीन ताल, S2 E24
दिवाली का जुआ, तवायफ़ कल्चर और मीटिंग की मर्यादा: तीन ताल, S2 E23
अरब का ह्यूमर, झूठ बोलने की स्किल और नौकरी का डर: तीन ताल, S2E22
अपना अपना फ़िलिस्तीन, पतंगबाज़ी की यादें और चटपटे क़ानून: तीन ताल S2 E21
बुढ़ापे का आनंद, शक़ के फ़ायदे और महाबली लंगूरा: तीन ताल, S2 E20
कानपुर की चिकाईबाजी, भट सुअर टेम्पो और दीमक की भूख: तीन ताल, S2 E19