तीन ताल सीज़न 2 के 23वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', आसिफ़ 'खां चा' और कुलदीप 'सरदार' के साथ सुनिए:
- ताऊ अपने अंदर का रावण क्यों नहीं मार पाए
- धनुष-बाण और उड़ते हुए तीर
- फ़ेवरेट पर्व और ताऊ के दिवाली नहीं मनाने की वजह
- दिवाली में जुआ खेलने की परम्परा, क़िस्मत और बिज़नेस का सम्मेलन
- टेढ़े रॉकेट से आतिशबाज़ी, दीपों और पटाखों का कॉम्पिटिशन
- त्योहारों का अकेलापन, रिलीज़न का 'लाइट और हीट'
- दिवाली की सुबह, शमा के परवानों को ठिकाना लगाने की क्रिया
- दिवाली के दिलेर और फट्टू, पटाखों के साथ अटपटे प्रयोग
- पटाखों के बारूद से बम बनाने वाले लड़के और छुरछुरी, लहसुनिया, चुटपुटिया
- शुगरफ़्री स्वीट, खाने का ज़हर और नास्तिक कैसे मनाते हैं पर्व
- दिवाली की सफाई, टोने-टोटके और धनतेरस की वसूली
- सफ़ाई में कितना कॉन्ट्रिब्यूट करते हैं ताऊ और खां चा
- त्योहारों का कमर्शियलाइजेशन और राजनीतिकरण
- बिज़ार ख़बरों में टिकट के सहचर शब्द और टिकट पाने का विजयी एहसास
- पेपर सोप और ट्रेनों की ट्रेवल किट
- मीटिंग की मर्यादा और ओवरकॉन्फिडेंट लोग
- अश्लील दिखने और अश्लील लगने का फ़र्क़
- कौन किसका मज़ाक उड़ा सकता है
- वेश्यावृत्ति कैसे बना अपमानजनक शब्द और तवायफ़ शब्द का सही मतलब
- रेड लाइट एरिया, बनारस की दाल मंडी, मुज़रे के मुरीद
- तवायफ़ों की इज्ज़त अफ़ज़ाई, शऊर वाले लोग और ग़ालिब का क़िस्सा
- आज़ादी की लड़ाई में तवायफ़ों का रोल, गांधी और गौहर ज़ान का क़िस्सा
- सोनू पंजाबन का आर्गुमेंट और क़त्ल के फ़ायदे, क़ातिल न बताए
- आख़िर में प्रिय तीन तालियों के पत्र
- ताऊ का थाईलैंड भ्रमण, वहां की भाषा, स्पाइसी भोजन और घूमने वालों के लिए एक सलाह
प्रड्यूसर: कुमार केशव
साउंड मिक्सिंग: नितिन रावत
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101
दुकान चलाने का मंतर, बलि लेने वाला बकरा और गुटखा थूकक चोर : तीन ताल S2 100
भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96