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नेताओं के 'सस्ते' कॉस्ट्यूम, मर्सिडीज़ का मर्सिया और लुंगी में शीर्षासन: तीन ताल, Ep 101

नेताओं के 'सस्ते' कॉस्ट्यूम, मर्सिडीज़ का मर्सिया और लुंगी में शीर्षासन: तीन ताल, Ep 101

तीन ताल के 101वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:

-नए मिज़ाज के पॉडकास्ट में शामियाने के उठ जाने के बाद का खालीपन. तीन ताल सम्मेलन में बनी भिंडी का ब्रीफ क्या था? 100वें एपिसोड में नहीं पहुंच पाने वालों के लिए बाबा का एक दृष्टांत.

- नेताओं को महंगे परिधानों में देख कर ताऊ क्यों चकित नहीं होते? बाबा नेताओं की किस सरलता के हैं क़ायल?

-राहुल गांधी नेता नहीं होते तो कितने का सैंडल पहनते? बाबा क्यों 100 रुपये की तीन टीशर्ट खरीदते थे?

-बाबा के पास कितनी तरह की लुंगी. क्यों लुंगी अक्सर खुल जाती है? लुंगी पहन कर शीर्षासन कैसे करें?

-शर्ट और टीशर्ट क्या पाश्चात्य संस्कृति के प्रतीक हैं? किस की ड्रेसिंग सेंस ताऊ और बाबा को लुभाती है? बाबा ने क्यों साड़ी को सबसे सुंदर परिधान कहा?

-बिज़ार ख़बर में उस मिस्त्री की बात जिसने पारिश्रमिक न मिलने पर मर्सिडीज में आग लगा दी. मिस्त्री के साथ ताऊ और बाबा की हमदर्दी.

-कौन ताऊ का पैसा लेकर हुआ रफूचक्कर. उस दिन की बात जब ताऊ, बाबा और सरदार ने ऑडी में लगा दी थी आग.

-थोड़ी देर मतलब कितनी देर होता है? ताऊ क्यों समय के अस्तित्व में यक़ीन नहीं रखते. बाबा की Punctuality की आवश्यक बीमारी.

-टाइम पर होने के नुकसान. देर न हो जाए इसके लिए ताऊ कितनी देर का मार्जिन लेकर चलते हैं? 

-और आख़िर में तीन तालियों की भावप्रधान चिट्ठियां.

प्रड्यूसर - शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत

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